Fri Dec 20
नीरज चोपड़ा का मैच देखा, खाना खाया और मां से बात की : डॉक्टर के रेप-हत्या से कुछ घंटे पहले
कोलकता:
गुरुवार देर रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसकी हत्या मामले में पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि महिला डॉक्टर अपने 4 सहयोगियों के सााथ ओलंपिक मैच देख रही थी. उस समय नीरज चोपड़ा का मैच टीवी पर चल रहा था. इसके कुछ घंटे बाद महिला डॉक्टर के साथ दर्दनाक घटना घटी.
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रिपोर्टों के अनुसार,सभी डॉक्टर रात्रि ड्यूटी पर थे और उन्हें बाहर जाने का आदेश दिया गया था. उन्होंने नीरज चोपड़ा का शानदार शो देखते हुए एक साथ खाना खाया. इसके बाद पीड़िता ने अपनी मां को फोन किया और बताया कि उसने खाना खा लिया है और उसे खाना खाने के लिए कहा. रात का खाना हो गया,उसके सहकर्मी अपने कार्यस्थल पर चले गए जबकि वह पढ़ाई के लिए सेमिनार हॉल में रुकी रही.सीसीटीवी में दिखा अहम सुराग
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक,किसी वक्त उन्हें झपकी आ गई. जिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया,उसमें उसे सुबह 4 बजे के आसपास इमरजेंसी बिल्डिंग में प्रवेश करते हुए देखा गया - जहां पीड़िता थी. अगली सुबह 7.30 बजे उसका शव मिला. प्रारंभिक जांच में आंख,मुंह,चेहरे,निजी अंगों और अंगों पर चोटें पाई गईं.रिपोर्टों के अनुसार,पुलिस ने अब डॉक्टर के चार सहकर्मियों से पूछताछ करने का फैसला किया है जो उस दिन रात की ड्यूटी पर थे.
जांचकर्ता इस अपराध में और लोगों के शामिल होने से भी इनकार नहीं कर रहे हैं. पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने आज कहा कि घटनास्थल पर मौजूद सभी लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है. "हमने पहले ही एक हेल्पलाइन नंबर शुरू कर दिया है. डॉक्टर हमें बता सकते हैं (हेल्पलाइन पर कॉल करके जानकारी दे सकते हैं). वे गुमनाम रूप से संवाद कर सकते हैं. वे आकर हमसे शारीरिक रूप से भी बात कर सकते हैं. अगर उन्हें किसी पर संदेह है तो वे हमें बता सकते हैं और इसके पीछे का कारण बता सकते हैं."
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ पीड़ित के घर का दौरा करने के बाद उन्होंने कहा,''हमें यकीन है कि अगले 4-5 दिनों में,अगर और भी दोषी होंगे तो हम उन्हें गिरफ्तार करने में सक्षम होंगे.''
मुख्यमंत्री ने शहर पुलिस के लिए समय सीमा तय की है और कहा है कि अगर वे रविवार तक जांच पूरी नहीं करते हैं,तो राज्य सरकार सीबीआई जांच की सिफारिश करेगी."वहां आसपास नर्सें और अन्य लोग थे. मुझे अभी भी समझ नहीं आ रहा है कि यह घटना कैसे हुई. माता-पिता ने मुझे बताया है कि उन्हें किसी अंदरूनी सूत्र के शामिल होने का संदेह है. मैंने पुलिस से कहा है कि अगर किसी के खिलाफ ऐसा कोई संदेह है,तो पीड़िता के दोस्तों,पहले फोन करने वाले और अन्य लोगों से पूछताछ की जानी चाहिए,'' उन्होंने पीड़िता के परिवार से मुलाकात के बाद कहा.
"मैं चाहता हूं कि पुलिस दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे. अगर वे रविवार तक मामले को सुलझाने में सक्षम नहीं हैं,तो हम मामले को अपने हाथ में नहीं रखेंगे और इसे सीबीआई को सौंप देंगे. मेरे पास कोई जानकारी नहीं है." उनके कार्यभार संभालने में समस्या है लेकिन उनकी सफलता दर कम है."
घटना के अगले दिन आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया था. वह कोलकाता पुलिस से जुड़ा एक नागरिक स्वयंसेवक था और अक्सर सरकारी अस्पताल में जाता था. सीसीटीवी फुटेज में रॉय को सुबह-सुबह इमारत में प्रवेश करते हुए दिखाने के बाद उनका पता लगाया गया और अपराध स्थल पर उनके फोन के साथ जुड़ा एक ब्लूटूथ हेडसेट पाया गया.