Fri Dec 20
क्वाड देशों का साथ काम करना पूरी मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण : पीएम मोदी
नई दिल्ली:
PM Modi US Visit : अमेरिका के डेलावेयर में आर्कमीयर एकेडमी क्वाड लीडर्स समिट शुरू हुई. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि क्वाड शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब दुनिया तनाव और संघर्ष से घिरी हुई है और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड देशों का एक साथ काम करना पूरी मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
क्वाड समिट में अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि समूह किसी के खिलाफ नहीं है और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था,संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान और सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि स्वतंत्र,खुला,समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्वाड देशों की साझा प्राथमिकता और साझा प्रतिबद्धता है.
पीएम मोदी ने कहा कि क्वाड देशों का पहला शिखर सम्मेलन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के नेतृत्व में हुआ था.पीएम मोदी ने कहा,"मुझे अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान इस क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने पर बहुत खुशी हो रही है... आपके नेतृत्व में 2021 का पहला शिखर सम्मेलन (QUAD) आयोजित किया गया था. इतने कम समय में हमने हर दिशा में अपने सहयोग को अभूतपूर्व तरीके से बढ़ाया है. आपने इसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. क्वाड के प्रति आपकी मजबूत प्रतिबद्धता और योगदान के लिए मैं आपको तहे दिल से धन्यवाद देता हूं."
उन्होंने कहा,"क्वाड शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब दुनिया तनाव और संघर्ष से घिरी हुई है. ऐसे में साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड का एक साथ काम करना पूरी मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. हम किसी के खिलाफ नहीं हैं. हम सभी नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था,संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान और सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं. स्वतंत्र,समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत हमारी साझा प्राथमिकता और साझा प्रतिबद्धता है."
राष्ट्रपति जो बाइडेन के अपने गृहनगर विलमिंगटन डेलावेयर में उनकी मेजबानी में हो रहे क्वाड समिट में पीएम मोदी ने कहा कि,क्वाड देशों ने स्वास्थ्य,सुरक्षा,महत्वपूर्ण,उभरती हुई प्रौद्योगिकियों,जलवायु परिवर्तन और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में मिलकर कई सकारात्मक और समावेशी पहल की हैं. उन्होंने कहा,"हमारा संदेश स्पष्ट है- क्वाड यहां रहने,सहायता करने,साझेदारी करने और पूरक बनने के लिए है. मैं एक बार फिर राष्ट्रपति बाइडेन और अपने सभी सहयोगियों को बधाई देता हूं. हमें 2025 में भारत में क्वाड लीडर्स समिट आयोजित करने में खुशी होगी."
दुनिया बदलेगी लेकिन क्वाड बना रहेगा : जो बाइडेन
अपने गृहनगर में अपने स्कूल में आयोजित क्वाड समिट में नेताओं का स्वागत करते हुए जो बाइडेन ने कहा,"भले ही चुनौतियां आएंगी,दुनिया बदलेगी,लेकिन क्वाड यहां बना रहेगा." बाइडेन सन 2021 में अपने कार्यकाल के शुरुआती दिनों से लेकर अब तक क्वाड के नेताओं से व्यक्तिगत रूप से चार बार और वर्चुअल मीटिंग सहित कुल छह बार मिल चुके हैं.अमेरिका के राष्ट्रपति ने शिखर सम्मेलन में अपेक्षित कुछ घोषणाओं का पूर्वावलोकन किया,जिसमें समुद्री सुरक्षा प्रौद्योगिकियों को साझा करना तथा चारों देशों के तट रक्षकों के बीच सहयोग शामिल है.
इंडो-पैसिफिक के हमारे साझा दृष्टिकोण को लेकर हम दृढ़ प्रतिबद्ध : फुमियो किशिदा
क्वाड समिट में जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा,"इंडो-पैसिफिक के भविष्य पर चर्चा करने के लिए क्वाड के नेताओं के साथ मिलना खुशी की बात है. मैं दोस्ती,आपके नेतृत्व और आतिथ्य के लिए आभार व्यक्त करता हूं,जो कि क्वाड पर आपके जोर को दर्शाता है. अपने कार्यकाल के दौरान मैंने अपने गृहनगर हिरोशिमा में आयोजित पिछली बैठक के बाद से लगातार क्वाड के प्रयासों पर जोर दिया है.जापान के पीएम किशिदा ने कहा,मेरा मानना है कि हमारे आसपास का सुरक्षा वातावरण लगातार गंभीर होता जा रहा है और कानून के शासन पर आधारित एक स्वतंत्र और खुली अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था खतरे में है. इन हालात में हमारे लिए,क्वाड के लिए,जो स्वतंत्रता और लोकतंत्र जैसे मूल्यों को साझा करते हैं,अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के हमारे साझा दृष्टिकोण के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करना जारी रखना और भी महत्वपूर्ण है. स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक (FOIP) को साकार करने के लिए क्षेत्रीय देशों के साथ समन्वय करना और ठोस कार्यों द्वारा अपने दृष्टिकोण को साकार करना महत्वपूर्ण है. मैं आज एक उपयोगी चर्चा की आशा करता हूं ताकि हम आसियान,दक्षिण एशिया और प्रशांत द्वीप समूह सहित क्षेत्रीय देशों की आवाज सुन सकें और व्यावहारिक सहयोग को और बढ़ावा दे सकें जो क्षेत्र के लिए वास्तविक लाभकारी होगा."
समय के साथ विकसित हो सकता है क्वाड : एंथनी अल्बानीज
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने क्वाड को एक निकाय के रूप में विकसित किए जाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि,"कुछ अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्म के विपरीत क्वाड का इतिहास लंबा नहीं है. इसका मतलब है कि यह परंपरा द्वारा परिभाषित नहीं है,लेकिन इसका मतलब यह भी है कि यह इसके द्वारा सीमित नहीं है ... (और) जैसे-जैसे यह आगे बढ़ता जाएगा,वैसे-वैसे विकसित हो सकता है."उन्होंने कहा कि,"क्वाड जैसी साझेदारियां महत्वपूर्ण हैं,जो हमें लक्ष्यों की साझा जिम्मेदारियों पर चर्चा करने और स्थायी स्थिरता के लिए आवश्यक स्थायी संबंधों को मज़बूत करने का एक अवसर प्रदान करती हैं. यही वजह है कि हम आज अपने इंडो-पैसिफ़िक पड़ोसियों,अपने दोस्तों और अपने भागीदारों के साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसलिए मुझे लगता है कि आज हमारे पास कुछ व्यावहारिक पहल हैं जिन पर हम साथ मिलकर काम कर रहे हैं. जब चार अलग-अलग हिस्से एक साथ आते हैं,तो इसका मतलब है कि यह वह काम है जो हम साथ कर सकते हैं."
क्वाड नेताओं का संयुक्त बयान
क्वाड समिट में चारों देशों के नेताओं ने संयुक्त वक्तव्य में कहा- "हम एक साथ लगभग दो बिलियन लोगों और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के एक तिहाई से अधिक का प्रतिनिधित्व करते हैं. हम समावेशी,लचीले एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं. इंडो-पैसिफिक में चार प्रमुख समुद्री लोकतंत्रों के रूप में हम वैश्विक सुरक्षा और समृद्धि के एक अपरिहार्य तत्व के रूप में इस गतिशील क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए स्पष्ट रूप से खड़े हैं. हम किसी भी अस्थिर या एकतरफा कार्रवाई का कड़ा विरोध करते हैं जो शक्ति या जबरदस्ती से यथास्थिति को बदलने की कोशिश करते हैं. हम क्षेत्र में हाल ही में किए गए अवैध मिसाइल प्रक्षेपण,जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन करते हैं,की निंदा करते हैं. दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान),प्रशांत द्वीप समूह फोरम (PIF) और हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (IORA) सहित क्षेत्रीय संस्थानों के नेतृत्व के लिए सम्मान क्वाड के प्रयासों के केंद्र में है और रहेगा."इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई. करीब डेढ़ घंटे तक चली बैठक के बाद राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी मजबूत है. इससे पहले अमेरिका पहुंचने पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत हुआ.
पीएम मोदी औरउनके साथ यात्रा कर रहा भारतीय प्रतिनिधिमंडललंबी उड़ान के बाद अमेरिका पहुंचा है. हालांकिदिन के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए उनके पास आराम करने का समय नहीं है.
पीएम मोदी के डेलावेयर पहुंचने पर भारतीय समुदाय में जबरदस्त उत्साह देखने केा मिला. हर कोई पीएम मोदी की एक झलक पा लेना चाहता था.
#PMModiInUSA : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होटल ड्यूपॉन्ट,विलमिंगटन,डेलावेयर पहुंचे,स्वागत के लिए पहुंचे प्रवासी भारतीयों से मुलाकात की.#PMModi । #IndiaUSA । #QuadSummit pic.twitter.com/9G4dbvFP1I
— NDTV India (@ndtvindia) September 21,2024क्वाड समिट अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के गृहनगर विलिमिंगटन में हो रही है.
क्वाड समिट के लिए अमेरिका पहुंचे PM मोदी,बैठक में इन मुद्दों पर रहेगा फोकस; बाइडेन से भी मुलाकात#PMModi | #PMModiInUSA | #America | #Quad pic.twitter.com/3pBqcE0Y9X
— NDTV India (@ndtvindia) September 21,2024
इंडो-पैसेफिक के लिए प्रतिबद्धता
क्वाड ऑस्ट्रेलिया,भारत,जापान और अमेरिका के बीच एक राजनयिक साझेदारी है जो एक खुले,स्थिर और समृद्ध इंडो-पैसिफिक का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है.क्वाड नेताओं का इन मुद्दों पर रहेगा जोर
क्वाड नेता स्वास्थ्य सुरक्षा,जलवायु परिवर्तन,उभरती टेक्नोलॉजी,इंफ्रास्ट्रक्चर,कनेक्टिविटी और आतंकवाद विरोधी क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा करेंगे.साथ ही यूक्रेन और गाजा संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान खोजने के तरीकों पर भी चर्चा होगी औरहिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति,प्रगति और स्थिरता पर जोर दिया जाएगा.
अमेरिका रवाना होने से पहले शनिवार को पीएम मोदी ने कहा कि क्वाड हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने वाले समान विचारधारा वाले देशों के प्रमुख मंच के रूप में उभरा है.