Thu Oct 23
LNJP अस्पताल के बाहर 'सांस' लेती उम्मीदें... इन तस्वीरों से समझिए आखिर किस दर्द से गुजर रहे हैं पीड़ितों के परिजन
							 2025-02-17    
							IDOPRESS
 2025-02-17    
							IDOPRESS
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के बाद अपनों को खोने का दर्द
नई दिल्ली:
LNJP (लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल) के बाहर बीते 12 घंटे से ज्यादा समय से अपनों की सुध लेने वालों का तांता लगा हुआ है. हर कोई इस उम्मीद में LNJP अस्पताल के बाहर बैठा है कि क्या पता कोई करिश्मा हो और उन्हें सूचना मिल जाए कि उनके परिजन इस हादसे के बाद अब सुरक्षित हैं. इस इंतजार में घंटे दर घंटे बीत रहे हैं. लेकिन उम्मीद है कि अभी भी सांस ले रही है. ये वही उम्मीद है जिसके सहारे अपनों के इंतजार में बैठे लोग कई घंटों से बगैर कुछ खाए पिए एक टक उस रास्ते को देख रहे हैं जहां से अस्पताल के स्टाफ की टीम अपने साथ एक लिस्ट लेकर आती है,जिसमें ये बताया जाता है कि अब उनके पास किन नए मरीजों को लाया गया है.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात जिस तरह से भगदड़ मची और उसके बाद जैसे हालात बने,उसे लेकर प्रशासन ने भी अपना पक्ष सामने रख दिया है. प्रशासन ने तेजी दिखाते हुए इस घटना में घायल हुए लोगों को LNJP समेत दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया है. लेकिन कौन कहां भर्ती है और भर्ती कराए गए मरीज किस राज्य या किस शहर से इसकी सूचना धीरे-धीरे बाहर आ रही है. यही वजह है कि जिन भी लोगों के परिजन शनिवार को रात को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 13,14,15 और 16 पर ट्रेन पकड़ने गए थे और अब तक उनका कोई पता नहीं चल सका है,उनकी तलाश में उनके घर वाले अस्पतालों के बाहर इंतजार कर रहे हैं. इन तस्वीरों के माध्यम से आप इन लोगों का दर्द समझ सकते हैं...
एलएनजेपी के बाहरपूनम देवी के परिवार वाले रोते हुए नजर आए. उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि पूनम अब उनके बीच नहीं हैं.
मृतक पूनम देवी के परिजन रविवार को उनका शव लेने के लिए लोकनायक जय प्रकाश अस्पताल (एलएनजेपी) पहुंचे. पूनम शनिवार रात बिहार स्थित अपने घर जा रही थीं.
इस हादसे के बाद कई लोग ऐसे भी मिले जो इस घटना के परिजनों की तलाश में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के चक्कर काट रही है.
एलएनजेपी अस्पताल के अंदर भी पीड़ितों के परिजन अपने परिजनों को ढूंढ़ने के लिए यहां से वहां भागते दिखे. उन्हें उम्मीद है कि शायद कोई ना कोई उनके अपनों के सुरक्षित होने की सूचना उनको दे दे.
बता दें उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में जाने के लिए ट्रेन पकड़ने की उम्मीद में यात्रियों की भारी भीड़ प्लेटफार्म नंबर 14 और 15 पर पहुंची,इसी दौरान ये घटना हो गई.
इस हादसे में अभी तक 18 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है. जिन लोगों ने इस भगदड़ में अपनी जान गंवाई है उनमें से ज्यादातर लोग बिहार के हैं. जबकि हरियाणा और दिल्ली के लोगों की भी इस घटना में मौत हुई है.
							डिस्क्लेमर: यह लेख अन्य मीडिया से पुन: पेश किया गया है। रिप्रिंट करने का उद्देश्य अधिक जानकारी देना है। इसका मतलब यह नहीं है कि यह वेबसाइट अपने विचारों से सहमत है और इसकी प्रामाणिकता के लिए जिम्मेदार है, और कोई कानूनी जिम्मेदारी वहन नहीं करती है। इस साइट पर सभी संसाधन इंटरनेट पर एकत्र किए गए हैं। साझा करने का उद्देश्य केवल सभी के सीखने और संदर्भ के लिए है। यदि कॉपीराइट या बौद्धिक संपदा उल्लंघन है, तो कृपया हमें एक संदेश छोड़ दें।
					 
			


