Fri Dec 20
Cyclone Dana : कमजोर पड़ा चक्रवात दाना, ओडिशा-बंगाल में भारी बारिश, 1.75 लाख हेक्टेयर की फसलें बर्बाद
2024-10-26 HaiPress
नई दिल्ली:
साइक्लोन 'दाना' (Cyclone Dana) के ओडिशा के तट से टकराने के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश हुई. साथ ही पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए. लाखों हेक्टेयर में खड़ी फसलें बर्बाद हो गई. बड़ी संख्या में कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है. इसके कारण पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हुई है. हालांकि भीषण चक्रवाती तूफान "दाना" के ओडिशा तट को पार करने के बाद यह धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है,जिसके बाद केंद्र से पश्चिम बंगाल और ओडिशा की राज्य सरकारों ने राहत की सांस ली है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने एक एक्स पोस्ट में कहा कि चक्रवाती तूफान 'दाना' पिछले 6 घंटों के दौरान 07 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. आईएमडी ने कहा कि यह कमजोर हो गया है और हवा की गति 55-65 किमी प्रति घंटे से 75 किमी प्रति घंटे तक है. इसके उत्तरी ओडिशा में पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान और कमजोर होने की संभावना है.
THE CYCLONIC STORM “DANA” (PRONOUNCED AS DANA) MOVED NORTHWESTWARDS WITH A SPEED OF 07 KMPH DURING PAST 6 HOURS,WEAKENED INTO A DEEP DEPRESSION AND LAY CENTRED NEAR LATITUDE 21.4° N AND LONGITUDE 86.4°E AT 1430 HRS IST OF TODAY,THE 25TH OCTOBER,OVER NORTH COASTAL ODISHA,ABOUT… pic.twitter.com/5zVuCLThrg
— India Meteorological Department (@Indiametdept) October 25,2024
एक-दो दिन हो सकती है बारिश
भारतीय मौसम विभाग में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सोमनाथ दत्ता ने शुक्रवार को चक्रवाती तूफान के संभावित प्रभाव के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि कुछ जिलों में एक-दो दिन बारिश हो सकती है. वहीं,कुछ इलाकों में चक्रवात का असर कम देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा कि कई जिलों में आगामी दिनों में भारी बारिश देखने को मिल सकती है. हमें इससे ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है.उन्होंने कहा,“यह गंभीर चक्रवाती तूफान उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए ओडिशा के तट को पार कर चुका है. इसके लैंडफॉल की प्रक्रिया गुरुवार रात 11:30 बजे शुरू हुई और आज सुबह सात बजे समाप्त हो गई. चक्रवाती तूफान अब उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है.”
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है और राज्य ने अपना ‘शून्य मानवीय क्षति मिशन' हासिल कर लिया है,जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण एक व्यक्ति की मौत हुई है.
बंगाल-ओडिशा में 8 लाख लोगों को सुरक्षित निकाला
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने साइक्लोन दाना को लेकर कहा,"ओडिशा अब सुरक्षित है. चक्रवात के पहुंचने के बाद मैंने स्थिति की समीक्षा की और टीम वर्क के कारण हम शून्य हताहत हुए. हमने 8 लाख लोगों को निकाला था. बहुत से राहत केंद्र खुले हैं. बिजली के तारों की मरम्मत का काम चल रहा है. लगातार बारिश के कारण 1.75 लाख हेक्टेयर में खड़ी फसलें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. बुधबलंगा नदी में बाढ़ आ गई है लेकिन वह खतरे के निशान से नीचे बह रही है.''Bhubaneswar | On cyclone 'Dana',Odisha CM Mohan Charan Majhi says,"Odisha is safe now. After the landfall of the cyclone,I reviewed the situation,and due to teamwork,we achieved zero casualties. We had evacuated 8 lakh people. Many relief centres are still open. Restoration… pic.twitter.com/74E4sOPb79
— ANI (@ANI) October 25,2024
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कोलकाता में कहा कि राज्य में चक्रवात ‘दाना' के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई,जबकि प्रशासन ने निचले इलाकों से लगभग 2.16 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.
कच्चे मकान क्षतिग्रस्त,पेड़ उखड़े,खंभे गिरे
उन्होंने कहा,'मुझे विभिन्न जिलों से जानकारी मिली है. दक्षिण 24 परगना जिले के सागर द्वीप,डायमंड हार्बर,उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि जैसे स्थानों पर निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं. बनगांव और बशीरहाट उप-मंडलों में जल-जमाव की सूचना मिली है.'जैसा कि मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था,पूर्वी मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना के तटीय जिलों में तूफान का सबसे बुरा असर देखने को मिला.
जिला प्रशासन के शुरुआती अनुमानों से पता चला है कि पूर्वी मेदिनीपुर में लगभग 350-400 कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए,साथ ही लगभग 250 पेड़ उखड़ गए और बिजली के 175 खंभे गिर गए.
कई रिपोर्ट से पता चला है कि दक्षिण 24 परगना में समुद्री पानी की वजह से मिट्टी के तटबंध टूट गए. प्रशासन के शुरुआती अनुमानों से पता चला है कि तूफान के दौरान पूरे जिले में लगभग 300 कच्चे घर क्षतिग्रस्त हो गए और बिजली के लगभग 50 खंभे उखड़ गए.
‘दाना' तूफान शुक्रवार को रात करीब 12बजकर पांच मिनट पर ओडिशा में केंद्रपाड़ा के भीतरकनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच पहुंचा. उस दौरान हवा की गति करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटा थी.