युद्धविराम समझौते के लेबनान पर इजरायली हवाई हमले रुक नहीं रहे हैं. लेबनान सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बताया है कि एक महीने से भी कम समय में इजरायल ने 816 जमीनी और हवाई हमले किए हैं. बुधवार को भी पूर्वी लेबनान के बाल्बेक क्षेत्र में एक घर को निशाना बनाया. आधिकारिक राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने कहा कि बुधवार को बाल्बेक के पश्चिम में लिटानी नदी के पास तराया गांव के मैदान में एक घर पर सुबह हमला हुआ, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ. इसने इजरायली युद्धक विमानों पर "युद्ध विराम समझौते का उल्लंघन करने" का आरोप लगाया.
मुफ़्तक़ोर
इजरायल ने गुरुवार को गाजा पर हवाई हमला किया. इस हमले में कई लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. मृतकों और घायलों की संख्या में इजाफा दर्ज किया जा सकता है, क्योंकि बताया जा रहा है कि कई लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं, जिन्हें निकालने की प्रक्रिया जारी है.
पटना में BPSC के खिलाफ प्रदर्शन कर छात्र प्री परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर 25 दिसंबर को पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. छात्र 25 दिसंबर को BPSC कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे थे.
आईएमडी के मुताबिक 28 और 29 दिसंबर को भी बारिश होने की संभावना है, इस संबंध में आईएमडी की ओर से अलर्ट जारी किया जा चुका है. दिल्ली में दिन के समय में हल्की से मध्यम बारिश होगी और कई जगहों पर मध्यम कोहरा छाया रह सकता है.
Manmohan Singh Biggest Achievements: मनमोहन सिंह नहीं रहे. भारत के इस सपूत ने अपने काम से देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया. जानिए उनके किए 4 सबसे बड़े काम...
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक यमन विश्व स्तर पर हैजा से सबसे अधिक प्रभावित है. डब्ल्यूएचओ ने सोमवार को एक बयान में बताया कि साल 2024 में 1 दिसंबर तक यमन में हैजा के संदिग्ध मामले 2,49,900 और इससे संबंधित मौत का आंकड़ा 861 दर्ज किया गया. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि नवीनतम आंकड़े साल-दर-साल उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाते हैं, नवंबर 2024 में रिपोर्ट किए गए मामलों और मौतों की संख्या में 2023 की इसी अवधि की तुलना में क्रमशः 37 और 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में मंगलवार तीन खालिस्तानी आतंकियों का एनकाउंटर किया गया था और इसे लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को धमकी दी गई है. धमकी खालिस्तानी जिंदाबाद फोर्स के आतंकी रंजीत सिंह नीटा ने दी है.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज 100वीं जयंती है. इस अवसर पर पीएम मोदी ने लेख लिखा है... आप भी पढ़ें...
अटल बिहारी वाजपेयी ने 1996 में पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, तो लोकसभा में उनका भाषण बहुत चर्चित हुआ था. अटल बिहारी वाजपेयी ऐसे वक्ता थे जिसे विरोधी भी सुनना पसंद करते थे.
बोरवेल की चौड़ाई कम होने और नमी के कारण उसके आसपास की मिट्टी दब जाने के कारण उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.